संवाददाता मोकीम खान 


*जांच में मौके पर 4 मशीनों से मिट्टी खनन का कार्य किया जा रहा था जल्द होगा मुकदमा दर्ज*


*किछौछा।* टांडा तहसील अंतर्गत करोडो रुपये का राजस्व क्षति पहुंचाने का मामला प्रकाश में आया है। ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंची राजस्व टीम ने निरीक्षण करते हुए समिति के सदस्यों तथा ग्रामीणों का बयान दर्ज कराया। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत उमरापुर मीनापुर में स्थित सरकारी तालाब शेखपुर का राजस्व विभाग द्वारा 72 बीधे तालाब का आवंटन अमोला बुजुर्ग मत्स्य जीवी सहकारी समिति को किया गया था। समित द्वारा मछली पालन के लिए ऊंची बन्धे का निर्माण कराए जाने के साथ-साथ अवैध मिट्टी का खनन खनन माफियाओं द्वारा कराए जाने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा उप जिलाधिकारी टांडा को किया गया। मामले को संज्ञान में लेते हुए उप जिलाधिकारी द्वारा लेखपालों की टीम गठित कर ग्रामीणों की शिकायत की जांच कराए जाने का आदेश दिया गया। जिस पर लेखपालों की टीम में क्षेत्रीय लेखपाल आंचल सिंह व अभिषेक यादव ने मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण करते हुए ग्रामीणों एवं समिति के सदस्यों का बयान दर्ज कराया तथा स्थलीय परीक्षण के दौरान लेखपालों की टीम ने पाया कि लगभग 2 लाख 70 हजार घन मीटर मिट्टी गायब है।मिट्टी के संदर्भ में पूछे जाने पर समिति सचिव जवाब देने में असमर्थ नजर आये। मौके पर तालाब पर दो जेसीबी के साथ दो पोकलेन मशीनों से मिट्टी खनन का कार्य किया जा रहा था। वही समिति द्वारा बनवाए जा रहे बंन्धे से जल निकासी के लिए लगवाए गए ह्यूम पाइप 5 फीट ऊंचे लगाए जाने पर लेखपालों की टीम ने एतराज जताया। तथा उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए बताया कि बरसात के आने पर आसपास के गांव के डूबने का खतरा है। वहीं क्षेत्रीय लेखपाल आंचल सिंह ने बताया कि खनन माफियाओं तथा समिति के खिलाफ अवैध रूप से मिट्टी खनन कराए जाने तथा राजस्व को नुकसान पहुंचाने को लेकर मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा।

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