संवाददाता मोकीम खान


मनुष्य के जीवन की सार्थकता तब है। जब वह गरीब और असहायों की सेवा करे। अज़ीज़ अशरफ



किछौछा। नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के दरगाह रसूलपुर में एक नाबालिग बच्ची तथा दो छोटे बच्चो को छोड़कर पिता दुनिया को अलविदा कह दिया माँ ने कुछ महीने पूर्व उन बच्चों का साथ छोड़ दिया नाबालिक बच्ची अपने दोनों छोटे छोटे भाइयों के साथ बिल्कुल अकेली हो गई ऐसे में नाबालिक बच्ची के साथ नाही उसके मां-बाप हैं। और ना ही कोई रिश्तेदार नाबालिक बच्चे खुद को बेसहारा महसूस कर रहे थे इस मामले की जानकारी जब नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा अधिशासी अधिकारी मनोज कुमार सिंह व जामिया फाउंडेशन के अध्यक्ष सैयद अजीज अशरफ को मिली इनके द्वारा तुरंत इन बच्चों की मदद के लिए आगे आए मनोज कुमार सिंह ने लिपिक अभिषेक यादव वरिष्ठ कर्मचारी राकेश कुमार के हाथों दस हजार रुपये एक बोरी चावल पांच किलो चीनी पांच किलो आटा सहित अन्य जरूरत की चीजें मुहैया करवाई वही अज़ीज़ अशरफ भी पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर पैसे तथा जरूरत के सामान मुहैया करवाई ईओ मनोज सिंह ने कहा इस तरह के प्रयास शहर के सभी प्रतिष्ठित वर्गो को आगे आकर करना चाहिए जरूरतमंद की मदद करने से मन को बहुत सुकून मिलता है। आगे उन्होंने कहा इन बेसहारा बच्चों की मदद आगे भी होती रहेगी अज़ीज़ असरफ ने कहा कहा कि मनुष्य के जीवन की सार्थकता तब है। जब वह गरीब और असहायों की सेवा करे उन्होंने कहा ऐसे लोगों की मदद करना ही जीवन का मकसद है।

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