किछौछा अंबेडकर नगर--------- चिकित्सा विभाग की घोर लापरवाही अक्सर अंबेडकर नगर जिले में नजरअंदाज कर दी जाती है
यूं कहें कि लीपापोती कर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है लीपापोती करने में जिले का सर्वोत्तम स्थान रखने वाला बसखारी ब्लाक अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसखारी अव्वल नंबर पर है
बीते समय में ऐसी दर्दनाक घटनाएं हो चुकी हैं किंतु स्थिति जस की तस रह जाती हैं
बताते चलें कि बीते दिन बुधवार को सीएससी बसखारी की एक घटना तब सामने आई जब प्रसव के लिए आइ गर्भवती महिला का की मौत हो जाती है
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत भूलेपुर निवासी राशिदा खातून पत्नी जमाल अहमद उम्र 39 वर्ष बीते दिन बुधवार को गर्भवती महिला सीएससी बसखारी प्रसव के लिए आई हुई थी जिसे एंबुलेंस द्वारा बसखारी सीएचसी पर लाया गया था किंतु डॉक्टरों की घोर लापरवाही तब सामने आई जब महिला की समय रहते उसका सही से इलाज नहीं किया गया और अंततः गर्भवती महिला की जान चली गई
जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया और चर्चा का बाजार गर्म हो गया
वही इसकी भनक लगते ही जब सीएससी प्रभारी डॉ मार्कंडेय से इस संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गर्भवती महिला की मौत सीएससी बसखारी पर नहीं हुई बल्कि जिला अस्पताल जाते समय रास्ते में हुई है किंतु जब वही मृतक के पति जमाल अहमद का कहना है जब वह अपनी पत्नी रशीदा खातून को सीएससी बसखारी प्रसव के लिए ले गए तो वहां पर असुविधाओं का बोलबाला और डॉक्टरों की मनमानी निकल कर सामने आई
जिसका परिणाम यह हुआ कि मेरी पत्नी का सही इलाज ना होने के कारण मेरी पत्नी मौत के आगोश में चली गई और एक बच्चे के सर से उसके मां का साया छिन गया
ऐसी दशा में हमारा पूरा परिवार सदमे में है और हमें न्याय की आस है अब यह देखना बाकी है कि जिले के जिम्मेदारन व चिकित्सा विभाग इन डॉक्टरों पर क्या कार्रवाई करती है और जनहित में क्या ठोस कदम उठाती हैं
यूं कहें कि लीपापोती कर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है लीपापोती करने में जिले का सर्वोत्तम स्थान रखने वाला बसखारी ब्लाक अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसखारी अव्वल नंबर पर है
बीते समय में ऐसी दर्दनाक घटनाएं हो चुकी हैं किंतु स्थिति जस की तस रह जाती हैं
बताते चलें कि बीते दिन बुधवार को सीएससी बसखारी की एक घटना तब सामने आई जब प्रसव के लिए आइ गर्भवती महिला का की मौत हो जाती है
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत भूलेपुर निवासी राशिदा खातून पत्नी जमाल अहमद उम्र 39 वर्ष बीते दिन बुधवार को गर्भवती महिला सीएससी बसखारी प्रसव के लिए आई हुई थी जिसे एंबुलेंस द्वारा बसखारी सीएचसी पर लाया गया था किंतु डॉक्टरों की घोर लापरवाही तब सामने आई जब महिला की समय रहते उसका सही से इलाज नहीं किया गया और अंततः गर्भवती महिला की जान चली गई
जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया और चर्चा का बाजार गर्म हो गया
वही इसकी भनक लगते ही जब सीएससी प्रभारी डॉ मार्कंडेय से इस संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गर्भवती महिला की मौत सीएससी बसखारी पर नहीं हुई बल्कि जिला अस्पताल जाते समय रास्ते में हुई है किंतु जब वही मृतक के पति जमाल अहमद का कहना है जब वह अपनी पत्नी रशीदा खातून को सीएससी बसखारी प्रसव के लिए ले गए तो वहां पर असुविधाओं का बोलबाला और डॉक्टरों की मनमानी निकल कर सामने आई
जिसका परिणाम यह हुआ कि मेरी पत्नी का सही इलाज ना होने के कारण मेरी पत्नी मौत के आगोश में चली गई और एक बच्चे के सर से उसके मां का साया छिन गया
ऐसी दशा में हमारा पूरा परिवार सदमे में है और हमें न्याय की आस है अब यह देखना बाकी है कि जिले के जिम्मेदारन व चिकित्सा विभाग इन डॉक्टरों पर क्या कार्रवाई करती है और जनहित में क्या ठोस कदम उठाती हैं
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