रिपोर्टर सैफुल्लाह
अम्बेडकरनगर। देश मे लॉक डाउन होते ही लोग जहां थे वहीं फंसे रह गये इसी क्रम में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त दरगाह मखदूमें सिमनां पर भी दर्शन के लिए आए हुए दासियो हजा़र से ज्यादा दर्शनार्थी फंसे हुए हैंऐसे में हजारों ज़ायरीनों के सामने भूख की समस्या खङी हो गई ऐसे मुश्किल वक्त में सैय्यद शाह मोहियुद्दीन अशरफ सज्जादा नशीन व मुतवल्ली आस्तानए मखदूमें सिमना के द्वारा गठित मरकज़ी मख़दूमे अशरफ इंतिज़ामिया कमेटी ने मिसाली किरदार अदा किया
कमेटी आस्ताने के लंगर से लगभग एक हज़ार लोगों को 23 मार्च से ही डेली डोर टू डोर खाना पहुंचाने की व्यवस्था करती आ रही है और इंशाअल्लाह पूरे रमज़ान भर बिना रूकावट इंसानी ख़िदमात का ये रूहानी सिलसिला चलता रहेगा।
मौजूदा इंतिज़ामिया कमेटी के
अध्यक्ष सिराजुल-असफिया, सैय्यद सिराज अशरफ साहेब उपाध्यक्ष मोफक्किरे इस्लाम हज़रत मौलाना आफताब आलम मिस्बाही किछौछवी सचिव मोहसिने मिल्लत जनाब डाक्टर माजिद सिद्दीकी साहेब, जनाब शाहनवाज सिद्दीकी,जनाब मोहसिन जनाब मकसूदअली, जनाब सैफुल्लाह ख़ान, जनाब रियाज़ खान, जनाब खालिद क़ाजी, जनाब मुनीर अहमद शाह, वगैरह ने इस आपात स्थिति में अपने कार्य से जिस सूझबूझ और मानवता का परिचय दिया है वो अपने आप में एक मिसाल है
इसके इलावा भी अपने वालेंटीयर्स के ज़रिए प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर नगर पंचायत में लॉक डाउन सफल कराने का प्रयास किया
इतना ही नहीं गैर मुस्लिम दर्शनार्थियों के देहांत उपरांत हिंदू रस्मों रिवाज के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार भी कमेटी के लोगों ने अपने हाथों किया जो आजके तनावपूर्ण माहौल में एकता और सौहार्द की नजीर है
मखदूमें सिमनां फरमाते हैं..मख़लूक़ की खि़दमत में एक कदम भी चलना दोज़ख की आग से हिजाब हैमखदूम अशरफ इंतिज़ामिया कमेटी मख़दूम अशरफ सिमनानी (रहमतुल्लाह के इस कथन को मिशन के तहत चरितार्थ करने के लिए वचनबद्ध है
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