अम्बेडकरनगर। शरीयत में दखल अन्दाजी तीन तलाख बिल के खिलाफ  हजारो की संख्या में महिलाओ ने विरोध प्रदर्शन किया जामिया बीवी सुल्तान खातून लीलबनात बसखारी मदरसे की प्रधानाचार्या परवीन फातिमा तथा फात्मा सुल्तानी के नेतृत्व में रैली निकाला गया। जुलूस मदरसे से शुरु होकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसखारी तक जाने के बाद पुनः मदरसे पर ही आकर समाप्त किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन बसखारी चौराहे पर मौजूद नायब तहसीलदार जनार्दन मौर्या को दिया गया। राष्ट्रपति महोदय को दिए गए ज्ञापन में मुस्लिम महिलाओं ने भाषण के दौरान कहा कि मुस्लिम प्रर्शनल बोर्ड कुरान व हदीश पर आधारित है।जिसमे कोई हस्ताक्षेप न किया जाय।तथा राष्टपति द्वारा भाषण के दौरान प्रयोग किए गए शब्दों की निंदा करते हुए कहा कि विवाह अधिनियम व महिला सुरक्षा का अधिकार 2017 संसद में बगैर किसी मुस्लिम विद्वान व जानकार से परामर्श किए बगैर बड़ी जल्दी लागू कर दिया गया। इस बिल के नाम पर मुस्लिम महिलाओं को अपमानित न करने, मुस्लिम महिलाओं को भारतीय संविधान में दिए गए अधिकार को समाप्त न करने एवं मुस्लिम महिलाओं के विषय में प्रयोग किए गए शब्दों को वापस लेने की मांग की गई।प्रधानाचार्य परवीन फातिमा के नेतृत्व में निकाले गए इस जुलूस में सैय्यद अनीश अशरफ,आलेमुस्तफा के निर्देशन मे रस्तेकमर खातून, मंतशा, हसीम, तबस्सुम बानो, वेवी जुनैद खातून, शबाना खातून, महजबी खातून सहित गांव की भारी संख्या में मुस्लिम महिलाएं और मदरसे की बच्चिया हाथ मे स्लोगन लिखे तकथिया लिये रैली मे मौजूद रही। इस दौरान यातायात व्यवस्था भी प्रभावित रही। शांतिपूर्वक निकाले गए जुलूस में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए थानाध्यक्ष संदीप सिंह, एस आई प्रदीप सिंह, महिला कांस्टेबल अनुष्का, संगीता सहित आदि अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
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