जावेद अहमद सिद्दीकी ब्योरो चीफ अम्बेडकरनगर
अम्बेडकरनगर । विश्व प्रसिद्ध सूफी संत सैयद मखदूम अशरफ सिमनानी रहमतुल्ला अलेह के उर्स का आगाज हो गया है उर्स के दूसरे दिन फोखरो का जुलूस बड़ी शान शौकत के साथ निकला
सालाना उर्स के दूसते दिन आज मलंग शाह के आस्ताने पर महफिल ए कव्वाली का प्रोग्राम गनीदार शाह की अध्यक्षता में किया गया। बाद नमाज असर एक शानदार जुलूस आस्ताने से निकला जिसमें दूरदराज से आए हुए फ़ोखरा व मलंग के हमरा बड़ी तादात में मुरीद व अकीदतमंद मौजूद रहे। जुलूस मलंग शाह गेट पर पहुंचने के बाद बड़ी तादाद में लोगों ने फूल मालाओं से जुलूस का स्वागत करते हुए मखदूम असरफ के आस्ताने पर पहुंचे वहां गनीदार शाह ने मखदूम अशरफ की मजार पर फूल व् चादर पेश किया शुरू से ही रवायत रही है कि मलंग व् फोखरा से जरिए मजार पर चादर पोशी के बाद ही उर्स के प्रोग्राम की शुरुवात होती है। इंतजामिया कमेटी के सदर मेराजूद्दीन किछौछावी ने बताया कि उर्स के तीसरे दिन अर्थात कल सज्जादानशीन सैय्यद मोईन अशरफ़ का जुलूस परंपरानुसार निकलेगा।
अम्बेडकरनगर । विश्व प्रसिद्ध सूफी संत सैयद मखदूम अशरफ सिमनानी रहमतुल्ला अलेह के उर्स का आगाज हो गया है उर्स के दूसरे दिन फोखरो का जुलूस बड़ी शान शौकत के साथ निकला
सालाना उर्स के दूसते दिन आज मलंग शाह के आस्ताने पर महफिल ए कव्वाली का प्रोग्राम गनीदार शाह की अध्यक्षता में किया गया। बाद नमाज असर एक शानदार जुलूस आस्ताने से निकला जिसमें दूरदराज से आए हुए फ़ोखरा व मलंग के हमरा बड़ी तादात में मुरीद व अकीदतमंद मौजूद रहे। जुलूस मलंग शाह गेट पर पहुंचने के बाद बड़ी तादाद में लोगों ने फूल मालाओं से जुलूस का स्वागत करते हुए मखदूम असरफ के आस्ताने पर पहुंचे वहां गनीदार शाह ने मखदूम अशरफ की मजार पर फूल व् चादर पेश किया शुरू से ही रवायत रही है कि मलंग व् फोखरा से जरिए मजार पर चादर पोशी के बाद ही उर्स के प्रोग्राम की शुरुवात होती है। इंतजामिया कमेटी के सदर मेराजूद्दीन किछौछावी ने बताया कि उर्स के तीसरे दिन अर्थात कल सज्जादानशीन सैय्यद मोईन अशरफ़ का जुलूस परंपरानुसार निकलेगा।
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