अम्बेडकरनगर। बसखारी के बाजदार मोहल्ले में तालाब में कट-कट कर कब्रिस्तान अपना अस्तित्व खो रही थी जिसको बसखारी के समाजसेवी मौलाना अनीस अशरफ साहब ने संज्ञान में लेते हुए कब्रिस्तान को महफूज करने के लिए मिट्टी पटवा कर तमाम कब्रो को महफूज कराया जो पानी के बहाव से कटकर जिसकी निशानदेही मिट रही थी उस कब्रिस्तान को महफूज कराया मौलाना अनीस अशरफ साहब के द्वारा कराये गये कार्यो की लोग काफी सराहना कर रहे है जिन्होंने तमाम मुर्दों की कब्र को महफूज कराया तालाब का जीर्णोद्धार कराकर किनारे किनारे मिट्टी पटवाकर क़ब्रो की हिफाजत कराया लोगो ने इस कार्य की काफी सराहना की । इनके द्वारा कराए जा रहे सामाजिक कार्यों से लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है ।
अम्बेडकरनगर। बसखारी के बाजदार मोहल्ले में तालाब में कट-कट कर कब्रिस्तान अपना अस्तित्व खो रही थी जिसको बसखारी के समाजसेवी मौलाना अनीस अशरफ साहब ने संज्ञान में लेते हुए कब्रिस्तान को महफूज करने के लिए मिट्टी पटवा कर तमाम कब्रो को महफूज कराया जो पानी के बहाव से कटकर जिसकी निशानदेही मिट रही थी उस कब्रिस्तान को महफूज कराया मौलाना अनीस अशरफ साहब के द्वारा कराये गये कार्यो की लोग काफी सराहना कर रहे है जिन्होंने तमाम मुर्दों की कब्र को महफूज कराया तालाब का जीर्णोद्धार कराकर किनारे किनारे मिट्टी पटवाकर क़ब्रो की हिफाजत कराया लोगो ने इस कार्य की काफी सराहना की । इनके द्वारा कराए जा रहे सामाजिक कार्यों से लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है ।
Post A Comment:
0 comments so far,add yours