रिपोर्ट विजय कुमार

बसखारीअंबेडकर नगर । राष्ट्रीय राजमार्ग 233 से जुड़ा हुआ शिव तारा लिंक मार्ग बारिश व नहर के पानी के बहाव के कारण धीरे-धीरे कटता जा रहा है, जो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 233 के निर्माण के दौरान फसफस दास की कुटी से होकर जाने वाले नाले पर एक पुलिया का निर्माण कराया गया था। सड़क निर्माण के दौरान  कार्यदाई संस्था के द्वारा नहर से मिट्टी निकालकर नहर की गहराई को बढ़ा दिया गया था। वही  इसी नहर के पास से शिव तारा सहित कई गांवों को जोड़ने वाला एक लिंक मार्ग भी निकाला हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग 233 के निर्माण के दौरान नहर से मिट्टी निकलने सहित क्षेत्र में  हो रही  झमाझम बारिश  व नहर में
पानी के बहाव के कारण धीरे धीरे  सड़क का एक 25% हिस्सा कटकर नहर का रूप अख्तियार कर लिया है। और शेष बची सड़क के नीचे से भी मिट्टी कटकर बह रही है जिस कारण सड़क कभी भी घस सकती है और कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं नहर के दूसरी तरफ का भी हिस्सा  कटना शुरु हो गया है। वही कार्रवाई संस्था दिलीप बिल्डकॉन के प्रोजेक्ट मैनेजर भगवत मिश्रा ने मामले को संज्ञान में होने की बात बताते हुए कहाँ कि मंदिर का मुआवजा पाने के बाद भी कार्य करने से रोका जा रहा है । और जब दिलीप बिल्डकॉन के प्रोजेक्ट मैनेजर भगवत मिश्रा के बताने के अनुसार जब वहीं क्षेत्रीय लोग ओम प्रकाश निषाद  ,रामबाबू , विजेंदर सोनी , रवि कुमार निषाद ,वीरेंद्र कुमार , राम अजोर  ,जंग बहादुर , रामदुलार यादव ,राम प्यारे यादव , रामजनम यादव आदि लोगों ने  बताया । कि मंदिर का मुआवजे इसका कोई संबंध नहीं है और उपयुक्त लोग लोगों को बात सताए रहती है कि दिन य रात के समय में अचानक नाहर के कटे हुए हिस्से मैं आकर गिर ना पड़े जिससे उसे काफी छोटे आ सकती हैं मिट्टी ना पाटे जाने के कारण को लेकर क्षेत्रीय लोगों में काफी रोष है।
Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours