*संवाददाता मोकीम खान*


*किछौछा* मखदूम असरफ की दरगाह में नाबालिग बालिका के अपहरण के प्रयास के मामले से जुड़े  पांच आरोपियों को नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के निजामुद्दीन नगर (पुराबजगोती) में सैकड़ों इलाकाई लोगों ने घेराबंदी करके बीती रात दबोच लिया। इनमें से एक आरोपी को बसखारी पुलिस ने बुधवार को अपहरण के पूर्व में दर्ज मुकदमे में जेल भेज दिया।

13 मार्च को किछौछा दरगाह में शिक्षण संस्था जामे अशरफ के पास प्रतापगढ़ जिले की नाबालिग बालिका सिमरन ( 10 वर्ष ) पुत्री रेहानो बानो को अगवा करके चार पहिया वाहन में भर कर अपहरण करने का प्रयास किया गया था। चीख-पुकार मचने पर भीड़ जमा हो गई थी। डायल 112 पुलिस टीम पहुंच कर दो लोगों को थाने पर ले आयी थी। दो चार पहिया वाहनों को थाने पर खींच कर लाया गया था। पीड़ित बालिका सिमरन के पिता फारूक के अनुसार पुलिस ने थाने से दोनों आरोपियों को छोड़ दिया था। हालांकि पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस जरूर दर्ज किया था।

बताया यह भी जाता है कि किछौछा दरगाह में बदांयू जिले का एक गैंग है जो चार पहिया वाहनों से आर्टिफिसियल ज्वैलरी, खिलौने समेत अन्य सामानों की बिक्री के लिए वाहनों से डिलेवरी करता है और इसी के आड़ में लड़कियों का अपहरण कर अपने अपराध को अंजाम देते हैं। बुधवार को किछौछा दरगाह के पास पूराबजगौती गांव में एक मकान में किराए पर रह रहे इसी गैंग के पांच लोगों ने सैकड़ों इलाकाई लोगों ने घेराबंदी करके पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। एसओ श्रीनिवास पांडेय ने बताया कि इनमें से एक आरोपी अख्तर पुत्र अकबर अली जिला बदांयू को पूर्व में दर्ज अपहरण के मुकदमे में नामजद करते हुए जेल भेज दिया गया है। जबकि मो. असलम पुत्र मो. यासीन, अशरफ पुत्र अकबर, रिजवान, रईसुद्दीन सभी निवासीगण बदांयू से पूछताछ की जा रही है। खास बात यह है कि नाबालिग बालिका सिमरन के अपहरण के प्रयास के मामले में मुख्य आरोपी बाबर अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।

Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours