अवैध भोजनालय दरगाह में आए जायरीन तथा स्थानीय लोगों के लिए बने मुसीबत



मोकीम खान


किछौछा संवाददाता। विश्व प्रसिद्ध मखदूम अशरफ के किछौछा दरगाह में फूड एव कैटरिंग विभाग से बिना पंजीकृत कराए चल रहे भोजनालय संचालक जायरीन के साथ स्थानीय लोगों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। खाद विभाग द्वारा ऐसे होटलों की जाच किए जाने के चलते यहां पर भोजनालय संचालक लोगों को घटिया खाद्य सामग्री परोस रहे हैं। चल रहे अवैध भोजनालय दरगाह में आए जायरीन के साथ स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। भोजनालय संचालकों द्वारा प्रदूषित एवं घटिया किस्म के भोजन परोसने के चलते लोगों के स्वास्थ्य खराब हो रहे है। जिसके कारण जायरीन को फूड प्वाइजनिंग का शिकार होना पड़ रहा है। मामला तब प्रकाश में आया जब सानू खान निवासी निजामुद्दीननगर किछौछा, कनीजा बेग़म पत्नी मोहम्मद जमाल, राकिना बेगम पत्नी कलमुद्दीन, अंजलि पुत्री कलमुद्दीन, सभी निवासीगण थाना बाल पखौर जिला उत्तर जीनावपुर पश्चिम बंगाल

वही हमीदा पत्नी रज्जी जिसका स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ने के कारण जिला अस्पताल रेफर कर दिया बाकी चार मरीजों का बसखारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है तस्दीक करने पर पता चला कि इस प्रकार के दूषित भोजन खाने के कारण कई बाहरी जायरीन फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं। ऐसा ही एक मामला उर्स मेले के दौरान घटिया मांसाहार दरगाह में संचालित अवैध भोजनालय द्वारा परोशने का विरोध करने पर युवकों को प्रताड़ना का शिकार भी होना पड़ा था आख़िर ये मनबढ़ किसकी सह पर भोजनालय का संचालन कर रहे संचालक जायरीन एवं स्थानीय लोगों से मारपीट भी किया करते हैं। जिससे दूरदराज से आए लोगों का आर्थिक शोषण के साथ-साथ स्वास्थ भी खराब हो रहा है। दरगाह किछौछा में लगभग सैकडो होटल संचालित हो रहे हैं। जिसके बारे में पूछे जाने पर जिला अभिजीत अधिकारी राजवंश श्रीवास्तव ने बताया कि उर्स मेले के दौरान सभी भोजनालय के भोजन की सैंपलिग कराई गई थी और उर्स मेले के दौरान मारपीट या अन्य किसी प्रकार की शिकायत का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है।

Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours