*संवाददाता मोकीम खान किछौछा*


*किछौछा* नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में गुरुवार को सभासदों व नगर पंचायत प्रशासन में विवाद पैदा हो गया सभासदों का आरोप है। कि नगर पंचायत विकास कार्यो के प्रति उदासीन रवैया अपनाया है। लेकिन प्रश्न यह उठता है। कि नगर  पंचायत का कार्यकाल अब कुछ महीने ही बचा है। आरोप है। की सभासद अपने अपने वार्डो का कोई विकास कार्य नही करा पाये है। कही अपनी साख बचाने के लिए सारा ठीकरा नगर पंचायत पर तो नही फोड़ रहे है। बताते चले कि मौजूदा समय में नगर पंचायत प्रशासन और सभासदों का विवाद सतह पर आ गया है। सभासद लगातार नगर पंचायत पर विकास कार्यो की अनदेखी का आरोप लगा रहे है। बुधवार को हुई बोर्ड की बैठक में नगर पंचायत अध्यक्ष शबाना खातून की ओर से दिए गए सभी प्रस्ताव को एक दर्जन के लगभग सभासदों ने निरस्त कर दिया था और तों और छह माह पूर्व दिए सभी प्रस्ताव को खारिज करने की भी मांग की इसी क्रम में गुरुवार को सभासद आत्माराम वर्मा,शिवपूजन, राजपत्ती देवी,मायाराम,दस्तगीर अहमद,अनुराधा,चंद्रभान गुप्ता,सूरज मौर्य अमर सिंह,सुनीता देवी ,जियालाल ने नगर पंचायत प्रशासन से ठेकेदारों के भुगतान पर रोक लगाने की भी मांग की है। सभासदों ने कहा कि तमाम विकास कार्य मानक के अनुसार नही हुए है। छह माह पूर्व सहित बुधवार को हुई बोर्ड की बैठक में जिन छह प्रस्ताव को खारिज करने की मांग सभासदों द्वारा की गई थी ओ पहला प्रस्ताव ये है। की वर्ष 2022-23 के आय-व्यय के बजट का था। दूसरा प्रस्ताव वर्ष 2022-23 की टैक्सी स्टैंड नीलामी के संबंध में था। तीसरा प्रस्ताव वार्ड नंबर 12 मखदूम नगर दरगाह में जर्जर रैन बसेरा को ध्वस्त कर नए निर्माण का था। चौथा प्रस्ताव बसखारी, मलिकपुर व मखदूम नगर नव विस्तारित क्षेत्र में गृह कर से संबंधित था। इस तरह कुल छह प्रस्तावों पर चर्चा तो हुई लेकिन सभासदों के भारी विरोध के चलते कोई भी प्रस्ताव पारित न हो सका। सभासदों ने साफ सफाई न होने का हवाला देते हुए इन छह प्रस्ताव को निरस्त कर दिया था गुरुवार को ठेकेदारों के भुगतान पर रोक लगाने की भी मांग की है। अब समझने वाली बात यह है। कि आज जिन साफ सफाई का हवाला देते हुए सभासदों ने प्रस्ताव को निरस्त किया है। क्या सभासदों ने यह काम अपने शुरुआती कार्यकाल में किया था काश यह काम समय रहते सभासदों ने किया होता तो नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा की जनता खराब सड़कें सड़क पर बैहते गंदे पानी से नही गुजारना पड़ता ज्ञात हो। दरगाह बसखारी किछौछा सहित तमाम जगहों से सोशल मीडिया व शिकायती पत्र देकर स्थानीय लोगों ने सड़क अथवा नाली के ठीक-ठाक साफ सफाई की मांग करते रहते थे ऐसे में कभी किसी भी वार्ड के सभासद की आंखें नहीं खुलती थी और वही ठेकेदारों के भुगतान पर रोक लगाने कि जो मांग की गई है। यह सभासद उस समय कहां थे जब इनके वार्ड में ठेकेदारों द्वारा कार्य कराया जाता था अगर मानक के अनुसार कार्य नहीं हो रहे थे तो उस समय सभासद द्वारा ठेकेदारों के कार्य को रोक कर क्यों नहीं विरोध किया गया शायद उस समय यह सभासद गण गरीब जनता को आवास शौचालय दिलवाने का कार्य कर रहे थे वैसे नगर पंचायत का कोई यह पहला मामला नहीं है। ऐसे विवादों के चलते आए दिन सुर्खियों में रहता है। वही नए अधिशासी अधिकारी मनोज कुमार सिंह की बात की जाए तो हाल ही में कार्यभार संभाले ईओ मनोज कुमार सिंह के आने के बाद नगर पंचायत क्षेत्र में साफ सफाई की व्यवस्था ठीक-ठाक देखने को मिल रही है।

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